सुमेरपुर के तीजा मेला में तीसरे दिन पशु बाजार में आल्हा गायन की रही धूम
⭕झांसी के कलाकारों ने प्रस्तुत किया राजा हरदौल नाटक
⭕छोटी बाजार में रामलीला का हुआ सफल मंचन
⭕सुमेरपुर हमीरपुर। सुमेरपुर के तीजा महोत्सव में तीसरे दिन पशु बजार प्रागंण में आल्हा गायन की धूम मची रही दो बहनों के द्वारा प्रस्तुत किये गये आल्हा गायन को खूब सराहा गया।
तीजा महोत्सव के तीसरे दिन पशु बाजार के सांस्कृतिक मंच में विभिन्न जनपदो से आये आल्हा गायकों ने धूम मचा दी आल्हा गायकों ने अपनी वाणी के माध्यम से झांसी की रानी का जीवन-चरित्र, बेटी बचाओ अभियान, कन्या भ्रूण हत्या, आल्हा ऊदल तथा पृथ्वीराज चौहान का युद्ध , आल्हा गायन के माध्यम से प्रस्तुत किया। गायकों ने नारी मातृत्व तथा जल संरक्षण के प्रति लोगो को जागरूक किया। आल्हा गायकों में सगी दो बहन प्रतीक्षा यादव व दीक्षा यादव ने आल्हा गायन के माध्यम से धूम मचा दी दोनों बहनों ने दर्शको की खूब वाहवाही लूटी। इनके अलावा बसन्तलाल बदौसा, उदयसिंह खन्ना, अनुरुद सिंह पतारा, शमीम अहमद कुरारा, श्यामबाबू झलोखर, राम संजीवन कुशवाहा मकरबई, रामस्वरूप अनुरागी मकरबई, बुन्देलखण्ड केसरी चरन सिंह तमौरा, अच्छेलाल गुढ़ा खन्ना, आल्हा सम्राट रमेश बांदा, सन्तराम कश्यप चकदहा मौदहा, किशन लाल चतेला, रोहित सिंह चतेला, लल्लू सिंह बांध, बबीना, महावीर झलोखर, राजपाल सिंह खन्ना, देवेन्द्र सिंह विनोद यादव टीहर सहित डेढ दर्जन से भी अधिक आल्हा गायकों ने धूम मचायी। कार्यक्रम को सफल बनाने में पशु बजार मेला कमेटी के अमर सिंह उर्फ बुद्ध सिंह, जयकरण सिंह, सौमित सिंह एडवोकेट, अंकित सिंह, रानू सिंह सहित समस्त कमेटी के लोगो का सराहनीय योगदान रहा। आयोजक मण्डल के सौमित सिंह ने बताया किं तीजा मेला के दूसरे दिन रात्रिकालीन कार्यक्रम में झांसी के मशहूर कलाकारो द्वारा राजा हरदौल नाटक का सफल मंचन प्रस्तुत किया गया। रंगारंग कार्यक्रम को देखने के लिये प्रांगण दर्शको से भरा रहा और सारी रात कलाकारो के अभिनय का लुफ्त उठाया। इसके अलावा दूसरे दिन के रात्रिकालीन कार्यक्रम में रामलीला मैदान में महोबा से आये कलाकारो द्वारा राई नृत्य प्रस्तुत किया गया जिसका दर्शको ने आनंद लाभ उठाया इस मौके पर नगर पंचायत अध्यक्ष,अधिशाषी अधिकारी, वरिष्ठ लिपिक अखिलेश यादव, सहित नगर पंचायत के सभासद व स्टाफ मौजूद रहा। इसी तरह छोटी बजार में लीला कामेटी द्वारा रामलीला का आयोजन कराया गया। रामलीला के कलाकारो के सफल मंचन को लोगो द्वारा सराहा गया। इसके अलावा त्रिवेणी मैदान में बाहर से आए विद्वानों द्वारा कबीरी भजन प्रस्तुत किया गया जिसका लोगो ने लाभ उठाया।