किसी के गले नहीं उतर रही, बड़ागांव की बलात्कार वाली घटना
⭕ पीड़िता की मां और मामा सहित ग्राम प्रधान ने बताया फर्जी
⭕सुमेरपुर हमीरपुर। कोतवाली हमीरपुर क्षेत्र के ग्राम बड़ा गांव में एक युवक द्वारा कानूनी मदद देने के नाम पर फौजी की पत्नी को गांव में बुलाकर उसके साथ बलात्कार की घटना को अंजाम देने की घटना को पुलिस ने भले ही पंजीकृत कर लिया हो किन्तु ग्राम सिमनौड़ी जहां लडकी रहती थी और बड़ागांव जहां घटना स्थल बताया जा रहा है, वहां पर यह घटना किसी के गले नहीं उतर रही है, पीड़िता की मां और उसके सगे मामा ने हलफनामा देकर घटना को पूर्णतया फर्जी मनगढ़ंत तथा ब्लाक प्रमुख की सोची समझी चाल के तहत लडकी के माध्यम से अपने विरोधी को परास्त करने का कुचक्र बताया है।
गौर तलब है कि शिल्पी नाम की लड़की ने बड़ागांव के शिवेंद्र यादव तथा एक अन्य के खिलाफ कोतवाली हमीरपुर में बलात्कार का मुकदमा दर्ज कराया है,8 सितंबर की घटना को पुलिस ने 9 सितंबर को बिना किसी जांच पड़ताल तथा बिना मेडीकल के ही मुकदमा दर्ज कर लिया था, इस घटना को लेकर बड़गांव की गली गली और क्षेत्र में यहीं चर्चा है कि मामला फर्जी है, यह रंजिश के कारण एक लडकी को आगे करके मनगढ़ंत कहानी रचकर उसे फंसाया जा रहा है, लडकी की मां शकुंतला ने हलफनाफा देकर बताया है कि उसकी लड़की ब्लाक प्रमुख के बहकावे मे आकर गलत आरोप लगा रही है, यह मामला फर्जी है, वही लड़की के मामा ब्रजेश यादव ने भी हलफनामा देकर कहा कि उसकी भांजी खुद गलत है उसका आरोप बिल्कुल सही नही है, इसी तरह बड़ागांव की भोगवती ने भी बयान जारी करके आरोपी शिवेंद्र को सीधा सरल बेगुनाह बताया कि एक महिला ने बताया कि 8 सितम्बर को शिवेन्द्र उसके साथ शाम तक भैंस चराता रहा है, उसके उपर लगाएं आरोप सही नही है बड़ागांव की राजरानी कमला आदि ने केश को फर्जी बताया है ग्राम प्रधान हरदौल निषाद ने बताया कि यह कहानी रची गई है, 8सितंबर की शाम चार पहिया से लडकी को सिमनौडी से बड़गांव लाया गया था और विद्यालय के पास उसे उतार कर वीडियो बनाए गए थे, ग्रामीणों ने यह भी बताया कि शिवेंद्र क्षेत्र पंचायत सदस्य हैं, उसके द्वारा शिकायत करने पर भ्रष्टाचार का मामला फंस रहा है इसलिए शिवेंद्र को सबक सिखाने के लिए एक लडकी द्वारा आरोप लगाकर उसे फंसाने का प्रयास किया जा रहा है, इस तरह से यह मामला किसी गले नहीं उतर रहा है, पुलिस क्या करती है वक्त पर पता चलेगा। इस मामले में कोतवाल दुर्ग विजय सिंह का कहना है कि पीड़िता का मेडिकल उस दिन नही हो पाया था इसके बाद पीड़िता ने अगले दिन आने को कहा लेकिन नही आई, उसके अगले दिन भी नहीं आई इसके बाद प्रयाग से फ़ोन आया कि वह जरूरी काम से प्रयाग चली आई है, इसके बाद उसने मेडिकल कराया है, मां और मामा द्वारा एसपी को हलफना देकर मामला फर्जी बताए जाने पर कोतवाल का कहना था कि प्राथमिकता के आधार पर पीड़िता की सुनी जाएगी, अन्य लोग क्या कहते हैं अलग बात है।