पलरा गांव की गलियां कीचड़ से सराबोर,जिम्मेदार मौन
⭕स्कूली बच्चे कीचड़ फांदकर पहुंचते हैं स्कूल
सुमेरपुर ,हमीरपुर। सुमेरपुर ब्लाक के ग्राम पंचायत पलरा के हाल बेहाल है। समूचे गांव के रास्ताओं की दुर्दशा से स्कूल जाने वाले बच्चे हो या आम जनता सभी परेशान है। नमामि गंगे योजना का बहाना बनाकर प्रधान पल्का तो झाड़ लेते है. लेकिन ऐसा लगता है कि उनको व्याप्त समस्या से कोई लेना देना ही नही है यही कारण है कि पलरा का समूचे गाँव की गलिया नारकीय जीवन जीने को मजबूर है।
विकास खण्ड क्षेत्र के गांवो में नमामि गंगे योजना से हर घर जल पहुंचाने के लिये रास्तो में पाइप लाइन डाले जाने से मार्ग खराब जरूर हुये है क्योकि कार्यदाई संस्था ने मार्गो का ठीक ढंग से मरम्मतीकरण का कार्य नहीं कराया है। इसी का बहाना लेकर प्रधान व सचिव रास्तोंओ का सारा दोष उन पर मढ़ देते है। पलरा गांव के ग्रामीण छोटे मिया, प्रमोद श्रीवास, जगदीश, सन्तोष प्रजापति,रमेश कुमार सहित दर्जनों लोगो ने बताया कि समूचे गाँव की गलियों का हाल बद से बदतर हो गया है। ऐसा कोई मार्ग नहीं है जो कीचड़ से सराबोर ना हो। लेकिन मार्गो की दुर्दशा देखने वाला लगता है कोई है ही नहीं। आम जनता मार्गो में कीचड़ से संदकर भले ही समस्या से जूस रही है। उसकी परवाह किसी को नही है गांव के दोनो विद्यालय जहां शिक्षण कार्य के लिये छोटे छोटे बच्चे रोजाना विद्यालय तक कीचड़ भरे मार्गो से गुजरकर पहुंचते है इस पर भी जिम्मेदार लोगों को कोई तरस नही आ रहा है दलदल व कीचड़ से सराबोर मार्ग तो है हीं साथ ही गाँव की सफाई व्यवस्था भी धड़ाम हैं विद्यालय के पास सहित कई स्थानो में कूड़ा के ढेर लगे है ऐसा लगता है कि गांव में सफाई होती ही नहीं है। ग्रामीणों का कहना है कि इतनी गंभीर समस्या होने के बाद भी प्रधान व सचिव कोई ध्यान नहीं दे रहे है नमामि गंगे योजना से हुये कार्य का बहाना
बनाकर अपनी जिम्मेदारी से बचना चाहते है। ग्रामीणो ने बताया कि प्रधान व सचिव से कई बार समस्या से राहत दिलाने के लिये मांग की लेकिन मार्गो की दुर्दशा से उनका कोई लेना देना नही है। स्कूली बच्चे व आम जनता समस्या से जूझ रही है तो जूझती रहे। गामीणो ने जिलाधिकारी से मांग की है कि पलरा गाँव की समस्या से लोगो को राहत दिलायी जाये।